लेखनी कहानी -04-Nov-2022 तुलसी भैया की आरती

आरती तुलसी जी की
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आरती तुलसी माई की कि 
हर घर द्वार पर छाई थी

आरती करें सौभाग्यवती
साथ में कन्या रूप धरें।
देऊ घर वर सुहाग अमर
हो सज-धज घर को जाएं री कि 
हर घर द्वार पर छाई री

आरती तुलसी माई की कि
हर घर द्वार पर छाई री।

आरती करें सुबह और शाम
सभी जन जपें निरंतर नाम
करें सत्संग बजे मृदंग
ओ तुलसी श्यामा प्यारी की कि
 हर घर द्वार पर छाई री

आरती तुलसी माई की कि
हर घर द्वार पर छाई री

करें मां तुलसी के गुणगान
कि मैया गुणों की पूरी खान
ये है औषधि गुणों से भरी
पूजन सब सुख पाएं री कि
हर घर द्वार पर छाई री

आरती तुलसी माई की कि
हर घर द्वार पर छाई री

आरती करें सभी जन संग
हो बच्चे बूढ़े या हों यंग
कहे  है 'अलका' स्वर के संग
गाएं सब दे दे ताली रे कि 
हर घर द्वार पर छाई री

आरती तुलसी माई की कि
हर घर द्वार पर छाई री

अलका गुप्ता 'प्रियदर्शिनी'
लखनऊ उत्तर प्रदेश
स्व रचित
@सर्वाधिकार सुरक्षित।

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10 Comments

Gunjan Kamal

15-Nov-2022 04:46 PM

बहुत सुंदर

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Suryansh

08-Nov-2022 09:50 AM

बहुत ही सुंदर सृजन

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Palak chopra

06-Nov-2022 01:06 AM

Shandar 🌸🙏

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